STATE FOREST REPORT 2019

 ·         30 दिसंबर, 2019 को केंद्रीय वन, पर्यावरण, एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ‘16वीं भारत वन स्थिति रिपोर्ट’ (16th India State of Forest Report: IFSR), 2019 जारी की।

·         IFSR-2019 के अनुसार, देश में कुल वन और वृक्षावरण (Forest and Tree Cover) 8,07,276 वर्ग किमी. है, जो कि देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.56 प्रतिशत है।

·         इसके अनुसार, देश में वन और वृक्षावरण की स्थिति में वर्ष 2017 की तुलना में 5,188 वर्ग किमी. की वृद्धि (0.65 प्रतिशत) हुई है।

·         देश में कुल वनावरण 7,12,249 वर्ग किमी. है, जो कुल भौगोलिक क्षेत्र का 21.67 प्रतिशत है।

·         ISFR-2019 के अनुसार, कर्नाटक में वनावरण 1025 वर्ग किमी. की सर्वाधिक वृद्धि हुई।

·         इसके बाद आंध्र प्रदेश (990 वर्ग किमी.), केरल (823 वर्ग किमी.) जम्मू एवं कश्मीर (371 वर्ग किमी.) और हिमाचल प्रदेश (334 वर्ग किमी.) है।

·         इसके अनुसार, क्षेत्रफल की वृष्टि से सर्वाधिक वनावरण वाले 5 राज्य हैं-मध्यप्रदेश (77,482 वर्ग किमी.), अरूणाचल प्रदेश (66,688 वर्ग किमी.), छत्तीसगढ़ (55,611 वर्ग किमी.) ओडिशा (51,619 वर्ग किमी.), तथा महाराष्ट्र (50,778 वर्ग किमी.)।

  • देश में वनों एवं वृक्षों से आच्छादित कुल क्षेत्रफल 8,07,276 वर्ग किमी. है जो कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 24.56% है
    • कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का वनावरण क्षेत्र 7,12,249 वर्ग किमी. है जो कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 21.67% है।
    • कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का वृक्षावरण क्षेत्र 95,027 वर्ग किमी. है जो कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.89% है।
  • ISFR 2017 की तुलना में वर्तमान आकलन के अंतर्गत वन क्षेत्र में वृद्धि देखी गई है।
    • वनावरण और वृक्षावरण क्षेत्रफल में कुल 5,188 वर्ग किमी. (0.65%) की वृद्धि हुई है।
    • वनाच्छादित क्षेत्रफल में वृद्धि - 3,976 वर्ग किमी. (0.56%)
    • वृक्षों से आच्छादित क्षेत्रफल में वृद्धि - 1,212 वर्ग किमी. (1.29%)
  • वर्ष 2017 के पिछले आकलन की तुलना में रिकॉर्डेड फॉरेस्ट एरिया/ग्रीन वॉश (RFA/GW) में परिवर्तन आया है।
    • RFA/GW के भीतर वनावरण में 330 वर्ग किमी. (0.05%) की मामूली कमी आई है।
    • RFA/GW के बाहर वनावरण में 4306 वर्ग किमी. की वृद्धि हुई है।
  • वनावरण में वृद्धि के मामले में शीर्ष पाँच राज्य: कर्नाटक> आंध्र प्रदेश> केरल> जम्मू-कश्मीर> हिमाचल प्रदेश।
  • पर्वतीय ज़िलों में वनावरण इन ज़िलों के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 40.30% है। देश के 140 पर्वतीय ज़िलों में 544 वर्ग किमी. (0.19%) की वृद्धि हुई है।
  • जनजातीय ज़िलों में कुल वन क्षेत्र इन ज़िलों के भौगोलिक क्षेत्र का 37.54% है।
  • उत्तर पूर्वी क्षेत्र में कुल वन क्षेत्र इनके भौगोलिक क्षेत्र का 65.05% है। वर्तमान आकलन में इस क्षेत्र के वनावरण में 765 वर्ग किमी. (0.45%) की कमी देखी गई है। असम और त्रिपुरा को छोड़कर, देश के सभी राज्यों के वनावरण में कमी आई है।
  • देश के मैंग्रोव (Mangrove) आवरण में पिछले आकलन की तुलना में 1.10% की वृद्धि हुई है।
  • भारत में 62,466 आर्द्रभूमियाँ देश के RFA/GW क्षेत्र के लगभग 3.83% क्षेत्र को कवर करती हैं। भारतीय राज्यों में गुजरात का सर्वाधिक आर्द्रभूमि क्षेत्र RFA के अंतर्गत आता है जबकि पश्चिम बंगाल दूसरे स्थान पर है।
  • वनों पर ईंधन के लिये निर्भरता महाराष्ट्र राज्य में सबसे अधिक है, जबकि चारे, लघु इमारती लकड़ी और बाँस के लिये निर्भरता मध्य प्रदेश में सबसे अधिक है। 

इस रिपोर्ट के अंतर्गत यह आकलन किया गया है कि वन सीमांत ग्रामों के निवासियों द्वारा वनों से लघु इमारती लकड़ी का वार्षिक निष्कासन देश में वनों की औसत वार्षिक उपज कालगभग 7% है।

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